Case #13 - खून का सपना
लिज को एक स्वपन बार-बार आता था । मैंने उसे गेस्टाल्ट के तरीके से बताने के लिये कहा, जिसमें हम अपने आसामियों को अपने सपने के साथ वर्तमान समय में यहाँ ले कर आते हैं । उसने इस तरीके से वर्णन किया : मैं एक रेलगाड़ी में अपनी माँ के साथ हूँ । सामने दो लड़के काली वर्दी में हैं, जो मुझे तंग कर रहे हैं ।
वह परेशान हो जाती है और वो लड़के चले जाते हैं । अब एक मेरे पास ही गाड़ी में पेशाब कर रहा है, और उसकी अंतड़ियों से बहुत सारा गर्म खून रिस रहा है । गाड़ी का फर्श लाल-लाल है । मैं डर जाती हूँ । उसका खून बहता रहता है पर वह वहीं खड़ा रहता है । दूसरे लड़के के साथ भी वही हो रहा है । जब हम स्टेशन पर पहुँचते हैं तो वहाँ एक महिला डाक्टर बहुत सारे उपकरणों के साथ खड़ी है । वह वहाँ है देख कर मेरी चिंता खत्म हो जाती है । मैं उसे और गहराई के साथ वर्तमान से जोड़ने के लिये पूछता हूँ कि इस स्तर वो क्या महसूस कर रही है…डरी हुई, मरने की भावना के साथ, बिल्कुल अकेली ।
जब वो लड़के की तरह बोलती है तो कहती है, मैं फर्श पर ढेर होते हुए अपनी शक्ति खो रही हूँ । मैं अपने शरीर के अंदर कोई जीवन की शक्ति या गर्मी नहीं रख पा रही हूँ । मैं उससे कहता हूँ कि अपने शरीर में आ जाओ – यह उसके सपने के अनुभव को वर्तमान शारीरिक अनुभव के साथ जोड़ता है और 'वो क्या है' के और करीब ले आता है । …वह स्वयँ को अपनी छाती में एक बेपेंदी बाल्टी के समान महसूस करती है । मैं उससे पूछता हूँ कि वह इस समय अपने शरीर में कितना जोश महसूस कर रही है । वह 30% बताती है ।
मैं उसे जानकारी देता हूँ जिससे उसका संबंध शारीरिक अनुभव के साथ बनता है । मेरा उसके बारे में अनुभव है कि वह बहुत जोशीली व्यक्ति है – मैं कहूँगा 70% । मैं उससे इस अंतर के बारे में पूछता हूँ और उसे एक प्रयोग करने के लिये देता हूँ – क्या वो अपने जोश को घटा और बढ़ा सकती है । इससे हम जोश के आपातिक मुद्दे पर काम करने दिया । जब वह इसे कम करती है तो उसे लगता है कि वह ढेर हो रही है, हाँफ रही है और अपनी आँतड़ियों को सुन्न महसूस कर रही है । वह कहती है कि वो वास्तव में कभी-कभी छोटी अंतड़ियों में दर्द महसूस करती है, जैसे कि सुईयाँ चुभ रही हों । और उस पर ठंड का बड़ा प्रभाव पड़ता है, ठंड में साँस लेना दूभर हो जाता है ।
मैं उससे कहता हूँ कि वह अपनी छोटी अंतड़ियों में आ जाये । …वह बहुत भारीपन, सीलन तथा नमी महसूस करती है, हिलना भी मुश्किल है । वह कहती है कि वो शारीरिक तौर पर कुछ भी सहन नहीं कर सकती । उसके लिये खाने से पर्याप्त पौष्टिकता मिलनी मुश्किल है, वह बहुत पतली है, इसलिये उसे अन्य चीजें लेनी पड़ती हैं । अगर उसे छुआ जाये तो वह डर जाती है । उसे सहज होने में कुछ समय लगता है। वह काम-वासना में अधिक लिप्त नहीं है । वो छुआ जाना पसन्द करती है लेकिन एक बच्चे की भाँति ।
मैं उसके जोश को परखने के लिये उसे सपने का खून होने को कहता हूँ । वो कहती है, मैं जोशीली हूँ, जीवन से भरपूर, पौष्टिकता से भरपूर । वो लड़का मुझे खारिज कर रहा है, मैं व्यवस्था से बाहर हो रही हूँ, उसे मेरी जरूरत नही है । मैं उससे पूछता हूँ कि उसके सपने के अनुभव को वास्तविक जीवन के साथ जोड़ना किस तरह से उसके जीवन के लिये सही बैठता है ।
…वह जीवन को किस तरह से अस्वीकार करती है, उसके बारे में बात करती है…यह बहुत ज्यादा है… कभी-कभी बहुत ज्यादा परेशानियाँ, मुझे ऐसा लगता है कि कोई मुझे समझ नहीं पाता, एक अंदरूनी मर्दाना आवाज उसे मरने के लिये कह रही है । इसलिये, मैं उससे उसके पिता के बारे में पूछता हूँ …वह हमेशा दूर रहता था । जब वो बच्ची थी, वह अपने-आप में रहता था, उसके साथ बात नहीं करता था, सिर्फ टी वी देखता रह्ता था या खुद को दूर कर लेता था । उसका चेहरा कठोर और पत्थर की तरह था । उसे उसके लिये अफसोस होता था, उसे खुश करने के लिये एक लड़के की तरह व्यवहार करती थी…बस उसे खुश और मुस्कराते हुए देखना चाहती थी । अब बड़ा होने पर, जब वह अपने पिता को देखती है, उसे अपने पेट में तकलीफ होती है। वह उसकी तरफ एक बच्चे की तरह देखता है, अपनी माँ की चाह में ।
इसलिये, अब यह स्पष्ट है । जब वह बच्ची थी तो उसे अपने माँ-बाप का, अपने पिता का, स्नेह चाहिये था लेकिन वास्तव में यह उसको तैयार कर रहा था, जो वो कभी कर नहीं सकी । बच्चे के लिये यह मुश्किल काम था, और इसने उसमें से जीवन शक्ति को खींच लिया । अब उसके पास स्नेह पाने के लिये एक अच्छा आधार नहीं था, और उसे थके हुए महसूस होने की आदत पड़ चुकी थी, जो उसे मिल रहा था उससे ज्यादा देने की । इसने उसको लोगों की तरफ दयालु और माँ की तरह व्यवहार करने वाला बना दिया, लेकिन अंदर से उसे केवल दर्द और रिक्तता महसूस होती थी ।
यह बिखराव जीवन को अस्वीकार करने का प्रतिनिधित्व करता है और वो असमंजस, एक रुकावट से ग्रसित है । इस बिंदु पर पहुँच कर हम रुकावट का समाधान नहीं करते लेकिन हम इसके बारे में जानकारी पैदा करते हैं । गेस्टाल्ट में, सारे बदलाव जानकारी से आते हैं …
प्रस्तुतकर्ता Steve Vinay Gunther