Case #16 - 16 मुस्कराी आँखें, डरावनी आँखें


इनग्रिड ने मेरी तरफ देखा और कहा तुम्हारे पास मुस्कराती आँखें हैं । मैंने कहा, डरावनी आँखों से बेहतर । मैं इससे भिन्न करना चाहता थ । यह बढ़िया है कि वह मेरे साथ सुरक्षित महसूस कर रही थी, लेकिन यह इसलिये था कि उसने मेरा डरावना भाग नहीं देखा था । और, उसके डरावने भाग के बारे में क्या । मेरी रुचि एक भरपूर संबंध की ओर बढ रही है, बजाय इसके कि सुरक्षा के पूर्वानुमान के साथ ही रहा जाये । इसलिये, मैंने उससे पूछा कि उसकी आँखें डरावनी कब थी, और मैंने उस समय की बात की जब मैं क्रोधित होता था, जब मुझे चोट पहुँचती थी ।

उसने अपने गुस्से की बात की । मैंने उससे एक खास उदारण बताने के लिये कहा । उसने बताया कि जब उसके पति ने उसे फोन किया तो उसने उससे कहा कि उस समय वह व्यस्त थी पर वास्तव में उसके पास बात करने के लिये समय नहीं था । वो लम्बे समय तक बात करता रहा और वो सुनती रही । ऐसा हमेशा ही होता था । इसलिये मैंने एक प्रयोग का प्रस्ताव किया ।

हम एक-दूसरे के आमने-सामने हाथ ऊपर करके खड़े हो गये और वैसा ही किया जैसा उसके पति के साथ होता था जब वो अपनी सीमा का उल्लंघन करता था । मैंने धीरे से उसके हाथ पीछे किये, जिससे कि उसको पीछे होना पड़ा नहीं तो वो गिर जाती । फिर मैंने उसको वापिस धक्का देने के लिये कहा । उसने कोशिश की, लेकिन बहुत ही हल्के से । हमने इसे बहुत बार दोहराया ।

मैंने उसको अपनी सीमा में रहने के लिये कहा । और अंत में उसने अपनी भरपूर शक्ति से बहुत जोर से धक्का दिया – यह बहुत जोरदार लगा । फिर मैंने उसे अपने पति की तरह करने के लिये और मेरी सीमा का अतिक्रमण करने के लिये कहा । इस स्थिति का सामना करना उसके लिये बहुत मुश्किल था, आक्रामक होना उसके लिये बहुत बड़ा कदम था ।

इसलिये इस बार मैंने उससे कहा कि वो मुझे अपनी सीमा का उल्लंघन करने न दे, बल्कि रोक कर मेरी शक्ति का सामना करे । उसको लगा जैसे उसकी टांगों को लकवा मार गया हो और उसके हाथों में शक्ति न रही हो। इसलिये मैंने उससे कहा कि अपनी जागरुकता को अपने पैरों की तरफ लाये । कुछ समय बाद मैंने उसे आगे बढ़ने के लिये कहा और मैं पीछे हट गया । अंत में उसने अपने सारे शरीर को इस प्रक्रिया में लीन किया और मुझे उसे पीछे धकेलने में बड़ी मुश्किल हो रही थी क्योंकि वो अब वास्तव में अपनी शक्ति का प्रयोग कर रही थी ।

ऐसा लगा कि यह एक बहुत मजबूत मुकाबला था । यह एक बहुत शक्तिशाली प्रयोग था, जहाँ स्थिति के बारे में बात करने के बजाय, हम उसे उसी समय हम दोनों के बीच यहीं ले आये । खुद को शामिल करके मैं यह महसूस कर पाया कि वास्तव में उस संबंध में क्या हो रहा था, और उसे उसकी जकड़न और कमजोरी से निकाल कर पूर्णता की ओर जाने के लिये सहायता कर पाया ।



 प्रस्तुतकर्ता  Steve Vinay Gunther